नकलची तोता की कहानी |
नकलची तोते की कहानी | Nakalchi Tote ki kahani -
एक बार की बात है, एक जंगल में एक तोता रहता था । वह बहुत ही नकलची था। तोता हर तरह की आवाजों की नकल कर सकता था। एक दिन तोता जंगल में घूम रहा था कि उसे एक आदमी मिला। आदमी बहुत ही दुखी लग रहा था। तोते ने आदमी की आवाज की नकल की और कहा, "मैं बहुत दुखी हूँ ।" तोते की आवाज सुनकर आदमी बहुत हैरान हुआ । उसने कभी नहीं सोचा था कि एक तोता इंसानों की आवाज इतनी अच्छी तरह नकल कर सकता है। आदमी ने तोते से पूछा, "तुमने यह कैसे सीखा?"तोते ने कहा, "मैं बहुत ही नकलची हूं। मैं हर तरह की आवाजों की नकल कर सकता हूं ।" आदमी बहुत खुश हुआ । उसने तोते को अपने साथ घर ले जाने का फैसला किया। वह तोते को अपने दोस्त और परिवार को दिखाना चाहता था। घर पर आदमी ने तोते को अपने दोस्त और परिवार को दिखाया। सभी लोग तोते की नकलची आवाजों से बहुत प्रभावित हुए । वे सभी तोते को बहुत पसंद करने लगे । एक दिन आदमी को काम से वाहर जाना था। उसने तोते को घर पर अकेला छोड़ दिया। तोता बहुत बोर हो गया। उसने कुछ करने की सोची। उसने टीवी चालू किया और एक शो देखने लगा। शो में एक इंसान गाना गा रहा था। तोते ने इंसान की आवाज नकल की और गाना गाना शुरू कर दिया। तोते का गाना सुनकर पड़ोस के लोग बहुत हैरान हुए। तोते के गायन की बात पूरे शहर में फैल गई। लोग दूर-दूर से तोते को सुनने के लिए आने लगे। तोता अब बहुत ही लोकप्रिय हो गया ।
एक दिन, एक संगीतकार ने तोते को देखा। संगीतकार तोते के गायन से बहुत प्रभावित हुआ। उसने तोते को अपने साथ अपने ऑर्केस्ट्रा में ले जाने का फैसला किया। तोता संगीतकार के ऑर्केस्ट्रा में शामिल हो गया। वह बहुत खुश था। वह अपने पसंदीदा काम को करने लगा था। तोता बहुत अच्छे से गाता था। वह ऑर्केस्ट्रा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य बन गया धीरे-धीरे तोते की प्रसिद्धि देश भर में फ़ैल गई और तोता देश वासियों का चहेता बन गया ।
शिक्षा- तोते की कहानी हमें बताती है कि हम सभी में कुछ न कुछ खास होता है। हमें अपनी खासियतों को पहचानना चाहिए और उनका इस्तेमाल करना चाहिए ।
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