bure kam ka bura natija panchtantra hindi kahani
बुरे काम का बुरा नतीजा 


बुरे काम का बुरा नतीजा - पंचतन्त्र हिंदी कहानी

एक शहर में यज्ञदत्त नामक ब्राम्हण रहता था | उसकी पत्नी बहुत सुन्दर थी किन्तु वह दूसरे व्यक्ति से प्रेम करती थी | वह अक्सर अपने प्रेमी को अच्छे-अच्छे पकवान बनाकर खिलाती थी | ब्राम्हण को अपनी पत्नी के चरित्र पर पहले से ही शक था | वह अक्सर अपनी पत्नी से पूछता था कि यह पकवान किसके लिए बनाती है और किधर ले जाती है | उसकी पत्नी झूठ बोल देती थी कि पकवान तो भगवान के लिए बनाती है और मंदिर चढ़ाने के लिए ले जाती है |

एक दिन उसका पति मंदिर आ गया और भगवान की मूर्ति के पीछे छिप गया | ब्राम्हण की पत्नी मंदिर आई और पूजा करने के बाद भगवान से बोली – “ हे भगवान ! मेरे पति को अँधा कर दे |”

ब्राम्हण मूर्ती के पीछे सब सुन रहा था और ब्राम्हण आवाज बदलकर बोला – “ तुम घर जाओ और अपने पति को खूब मीठे-मीठे पकवान बनाकर खिलाओ इससे उसे मधुमेह की बिमारी हो जाएगी और वह धीरे-धीरे अँधा हो जायेगा |”

ब्राम्हण की पत्नी को लगा सचमुच भगवान ने उससे यह बात कही है | वह प्रसन्न होकर घर आ गई और प्रतिदिन अपने पति को मीठे-मीठे पकवान बनाकर खिलाने लगी | ब्राम्हण भी धीरे-धीरे अँधा होने का नाटक करने लगा |  ब्राम्हण की पत्नी को लगा भगवान की कृपा से उसका पति अँधा हो गया है | अब वह अपने पति को अँधा समझ कर उसी के सामने अपने प्रेमी को घर बुलाने लगी | एक दिन जब उसका प्रेमी घर आया तो ब्राम्हण ने लाठी से उसे इतना मारा कि वह वहीँ मर गया |  ब्राम्हण ने अपनी चरित्रहीन पत्नी के नाक और कान काट कर घर से भगा दिया |

शिक्षा – बुरे काम का बुरा नतीजा हिंदी कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कभी किसी के सांथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए |

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