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बाघ और शेर की कहानी |
शेर और बाघ की कहानी | Lion and Tigher Story in hindi-
शेर और बाघ दोनों जंगल के ही सबसे बड़े, खूंखार और खतरनाक जानवर हैं जहां एक और शेर को जंगल का राजा कहा जाता है वहीं दूसरी ओर बाघ अपनी शक्ति , चपलता और फुर्ती के लिए जाना जाता है | हमारे समाज में शेर और बाघ से जुड़ी हुई कई कहानियां प्रचलित हैं | हमारे दादा-दादी, मम्मी-पापा हमें बचपन से ही शेर और बाघ से जुड़ी हुई कई कहानियां सुनाते आ रहे हैं आइए आज हम शेर और बाघ की कुछ रोचक कहानियों का आनंद लेते हैं -
शेर और बाघ के कहानी-01 | Lion and Tigher Story in hindi
बहुत पुरानी बात है एक जंगल में एक शेर का बच्चा और एक बाघ का बच्चा रहते थे । दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी । दोनों को यह समझ भी नहीं थी कि दोनों की प्रजाति अलग-अलग है। धीरे-धीरे बाघ और शेर के बच्चे बड़े होने लगे और और उनकी दोस्ती भी गहरी होती गई। एक दिन दोनों बैठे हुए थे और उन में चर्चा चली कि इस जंगल का सबसे शक्तिशाली जानवर कौन सा है शेर या बाघ । शेर बोला इस जंगल का सबसे शक्तिशाली जानवर मैं हूं जंगल के सारे जानवर मुझसे डरते हैं और प्रकृति ने उन्हें मेरे भोजन के लिए ही बनाया है। शेर की यह बात सुनकर बाघ बोला नहीं नहीं इस जंगल का सबसे शक्तिशाली और खूंखार जानवर मैं ही हूं। जंगल का कोई भी जानवर मेरा मुकाबला नहीं कर सकता। इस तरह की बातें करते करते दोनों में लड़ाई हो गई। बाघ और शेर की यह लड़ाई दूर से एक बंदर देख रहा था।
बन्दर दोनों में समझौता कराने के उद्देश्य से उनके पास गया और बोला बाघ और शेर तुम यह लड़ाई क्यों कर रहे हो। इस लड़ाई से तुम दोनों का ही नुकसान है। बंदर की यह बात सुनकर बाघ बोला -" बंदर ! तुम ही बताओ हम दोनों में ज्यादा शक्तिशाली कौन हैं।"बाघ की बात सुनकर बंदर बोला - " आप दोनों ही बहुत शक्तिशाली हो और आपके सामने जंगल का कोई भी जानवर नहीं ठहर सकता। "
लेकिन बाघ और शेर बंदर की बात से सहमत नहीं हुए और शेर बोला - " हाँ ! यह तो हमें भी पता है किन्तु हम दोनों में से कौन ज्यादा शक्तिशाली है।"
शेर और बाघ की बात सुनकर बंदर असमंजस में पड़ गया और बोला -" इस जंगलमें जब भी कोई विवाद अथवा संकट आता है तो उसका समाधान जंगल का सबसे बुजुर्ग हाथी ही बतलाता है । क्यों ना हम उस हाथी के पास चलें और उसी से पूछें ?"
बंदर की है बात बाघ और शेर को भी पसंद आई । वह तीनों मिलकर जंगल के सबसे बुजुर्ग हाथी के पास पहुंचे और अपनी अपनी बात रखी। हाथी ने बाघ और शेर की बात को बड़े ध्यान से सुना और हाथी बोला - " शेर और बाघ तुम दोनों बचपन से ही बहुत अच्छे दोस्त हो । बचपन में तुम यह नहीं जानते थे कि तुम अलग अलग जाति के हो। तुम दोनों इसी कारण आपस में बड़े मेलजोल से रहते थे। जब शेर पर संकट आता था तो बाघ तुम उसकी मदद करते थे और जब बाघ पर संकट आता था तो शेर तुम उसकी मदद करते थे।"
हाथी बाघ से बोला - " बाघ! क्या तुम्हें ध्यान है एक बार जब जंगली कुत्तों और लकड़बग्घों के झुण्ड ने तुम्हें घेर लिया था और वो तुम्हें मारना चाहते थे तब शेर ने अपनी जान जोखिम में डालकर तुम्हारी जान बचाई थी ।"
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बाघ और शेर की कहानी |
बाघ ने हाथी की बात में अपना सर हिलाया। फिर हाथी - " शेर से बोला ! शेर क्या तुम्हें याद है जब शिकारियों ने तुम्हें अपने जाल में फंसा लिया था तब बाघ ने शिकारियों पर हमला करके तुम्हारी रक्षा करती थी और तुम्हें जाल से मुक्त करवाया था।"
हाथी की बात सुनकर शेर ने अपना सर नीचा कर लिया। हाथी फिर बोला - "अब तुम दोनों बड़े हो गए हो और अब जानने लगे हो कि तुम्हारी जाति अलग-अलग है इसीलिए तुम यह झगड़ा कर रहे हो। ईश्वर ने बड़े सोच समझकर तुम्हारी प्रजाति अलग-अलग बनाई है । तुम दोनों ही बहुत ज्यादा ताकतवर हो । कुछ गुणों में शेर ज्यादा अच्छा है तो कुछ में बाघ इसी कारण तुम दोनों आपस में तुलना नहीं कर सकते । तुम दोनों को आपस में प्रेम भाव से रहना चाहिए। इसी में तुम दोंदो की और इस जंगल की भलाई है ।"
हाथी द्वारा दी गई नसीहत शेर और बाघ को समझ में आ गई और दोनों ने झगड़ा बंद करके पुनः दोस्ती कर ली और अब दोनों अपने अहंकार को भूल कर साथ-साथ रहने लगे।
शिक्षा - शेर और बाघ की कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि अहंकार में आकर लोग आपस में सम्बन्ध ख़राब कर लेते हैं इसीलिए अपने अहंकार को दूर रखकर प्रेम पूर्वक रहना चाहिए इसी में सबका भला है "
शेर और बाघ की कहानी -02 | Lion and Tigher story in hindi -
एक घने जंगल में एक शेर रहता था। शेर जंगल का राजा था। वह मजबूत, शक्तिशाली था जंगल के सभी जानवर शेर से डरते थे । शेर को अपनी ताकत और ताकत पर इतना घमंड था उसे लगता था कि उसे कोई हरा ही नहीं सकता।
एक दिन पड़ोस के जंगल से एक बाघ भटकता हुआ शेर के जंगल में आया। । इससे पहले शेर ने बाघ कभी नहीं देखा था । शेर को बाघ का इस तरह जंगल में आना पसंद नहीं आया । शेर ने बाघ को लडाई के लिए चुनौती दी।
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शेर और बाघ की कहानी |
बाघ ने चुनौती स्वीकार कर ली और दोनों में लड़ाई शुरू हुईं । शेर दहाड़ा और बाघ पर झपट पड़ा, लेकिन बाघ बहुत तेज और फुर्तीला था। उसने शेर के हमले को चकमा दिया और अपने शक्तिशाली जबड़ों से उस पर टूट पड़ा। शेर बाघ की ताकत और कौशल से दंग रह गया। श्र और बाघ की लड़ाई घंटों तक चली अंत में बाघ की जीत हुई। शेर अपनी हार से दंग रह गया।
पहली बार शेर को पता चला कि उससे भी उससे ज्यादा मजबूत और शक्तिशाली कोई है । शेर ने अपनी हार मान ली और बाघ की तरफ दोस्ती का हाँथ बढाया। बाघ ने भी शेर की दोस्ती स्वीकार कर ली । उस दिन से शेर और बाघ दोस्त बन गए और एक साथ जंगल पर राज करने लगे। उन्होंने एक-दूसरे की ताकत और कमजोरियों का सम्मान करना सीखा और अपने राज्य की रक्षा के लिए मिलकर काम किया।
जंगल के अन्य जानवरों ने भी शेर और बाघ दोनों का सम्मान करना और उनसे डरना सीखा।
शिक्षा - शेर और बाघ की कहानी हमें सिखाती है कि विनम्र होना, दूसरों का सम्मान करना और एक समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम करने से सभी काम हो जाते हैं ।
1 टिप्पणियाँ
"शेर और बाघ की कहानी - एक अद्वितीय ग़ता जो वीरता, सहानुभूति, और साझेदारी की उच्चताओं को सादगी से झलकाती है। इस कहानी के माध्यम से हमें सिखने को मिलता है कि जब सबकुछ एक साथ काम करता है, तो हर मुश्किल आसान हो जाती है।" https://harpalkstorys.blogspot.com/?m=1
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