मूर्ख शेर की कहानी |
मूर्ख शेर की कहानी | Murkh Sher ki Kahani -
एक समय की बात है जंगल में एक शेर रहता था वह बड़ा ही खूंखार था | एक दिन शेर को बहुत जोरों की भूख लगी | वह भोजन की तलाश में निकल गया | पर उसे कोई जानवर दिखलाई नहीं दिया | शेर थक हार कर एक पेड़ की छाँव में बैठ गया तभी अचानक उस पेड़ के पास एक बिल से खरगोश निकला | शेर ने खरगोश को देखते ही झट से पंजा मारा और उसे पकड़ किया | खरगोश को लगा आज तो वह शेर का भोजन बन जायेगा |
उसी समय शेर को एक बारहसिंगा दिखालाई दिया जो उसी पेड़ की तरफ आ रहा था जिधर शेर था | शेर ने सोचा – “ इस छोटे से खरगोश से मेरा पेट नहीं भरेगा | क्यूँ ना इस बारहसिंगा का शिकार कर लिया जाए ? बारहसिंगा के शिकार के बाद मुझे दो दिन तक भोजन ढूँढने की जरुरत नहीं पड़ेगी |”
शेर ने खरगोश को छोड़ दिया और बारहसिंगा का पीछा करने लगा | बारहसिंगा शेर से बचने के लिए लम्बी-लम्बी छलांगे मारता हुआ वहाँ से भाग गया | शेर ने बारहसिंगा को पकड़ने का बहुत प्रयास किया परन्तु वह सफल नहीं नो सका | शेर जब लौट कर आया तब तक खरगोश भी वहाँ से भाग चुका था |
अब शेर अपनी मूर्खता पर पछताने लगा क्यूंकि ना तो उसे खरगोश मिला न तो बारहसिंगा |
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