Khargosh aur Aasman gira kahani |
खरगोश, शेर और आसमान गिरा हिंदी कहानी | Khargosh Aur Aasman Gira Kahani -
एक खरगोश था वह बहुत ही डरपोक था वह एक जंगल में रहता था | उसे हमेशा डर लगा रहता था कि कहीं आसमान ना गिर जाये |इसीलिये वह कभी अच्छे से सो भी नहीं पाता था |एक दिन खरगोश एक आम के पेड़ के नीचे सो रहा था, तभी एक आम खरोगश के पास आकर गिरा | खरगोश डर के कारण अचानक उठा और उसे लगा की आसमान गिर रहा है |
खरगोश ने आप-पास नहीं देखा और डर के कारण भागने लगा और चिल्लाने लगा- ''भागो-भागो आसमान गिर रहा है ''|
रास्ते में उसे एक हिरण मिला | हिरण ने खरगोश से पूछा -''अरे खरगोश तुम इतनी तेजी से किधर भागे जा रहे हो ? ''
Khargosh aur Aasman Gira Kahani |
खरगोश ने कहा -'' अरे हिरण क्या तुम्हे पता नहीं ? आसमान गिर रहा है , मैं अपनी जान बचाकर भाग रहा हूँ, अगर तुम भी अपनी जान बचाना चाहते हो तो मेरे सांथ भागो | ''
डर के कारण हिरन भी खरगोश के सांथ भागने लगा |
भागते-भागते उन्हें रास्ते में भेड़िया मिला | भेड़िया बोला - " अरे खरगोश और हिरण ! तुम दोनों इतने तेजी से किधर भागे जा रहे हो ? "
हिरन बोला - ''अरे क्या तुम्हे पता नहीं ? आसमान गिर गया, अगर अपनी जान बचाना चाहते हो तो तुम भी हमारे सांथ भागो | ''
भेड़िया भी डर के कारण उनके सांथ भागने लगा | भागते भागते तीनो जोर जोर से चिल्ला रहे थे | उनकी बातें सुनकर जंगल के दूसरे जानवर जैसे लोमड़ी , सियार, सुअर आदी भी उनके सांथ डर के कारण भागने लगे | भागते-भागते सभी शेर की गुफा के सामने से गुजरे | शेर उस समय अपनी गुफा में आराम कर रहा था | उनकी आवाज सुनकर शेर की नींद खुल गई और गुस्से में शेर ने सभी जानवरों को अपने पास बुलाकर सारा माजरा पूछा | जानवरों ने कहा - '' महाराज आसमान गिर गया है इसीलिये हम अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं ''|
शेर को जानवरों की बात सुनकर बहुत हंसी आई | फिर शेर ने भेड़िया से पूछा -'' क्या तुमने आसमान गिरते देखा ह ? "
भेड़िया बोला -'' नहीं महाराज मैंने तो नहीं देखा, मुझे तो इस हिरण ने बतलाया है | "
शेर ने हिरण से पूछा -'' हिरण , क्या तुमने आसमान गिरते देखा है ? ''
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हिरण बोला -'' महाराज, मुझे तो खरगोश ने बतलाया था "
शेर ने खरगोश से पूछा -''खरगोश , क्या तुमने आसमान गिरते देखा है ? ''
खरगोश बोला -'' महाराज जिस जगह में सो रहा था वहां आसमान गिरा है'' |
शेर बोला - ''चलो मुझे वह जगह दिखलाओ और बाकि जानवर भी मेरे सांथ चलो ''|
सभी जानवर शेर और खरगोश के सांथ उस आम के पेड़ के पास पहुंचे और उधर देखा परन्तु वहां कोई आसमान नहीं गिरा था | शेर ने देखा वहां तो एक आम का फल गिरा पड़ा था | शेर ने खरगोश से पूछा-''क्या यही आसमान है जो तुम्हारे पास गिरा था ? ''
शेर ने खरगोश से पूछा -''खरगोश , क्या तुमने आसमान गिरते देखा है ? ''
खरगोश बोला -'' महाराज जिस जगह में सो रहा था वहां आसमान गिरा है'' |
शेर बोला - ''चलो मुझे वह जगह दिखलाओ और बाकि जानवर भी मेरे सांथ चलो ''|
सभी जानवर शेर और खरगोश के सांथ उस आम के पेड़ के पास पहुंचे और उधर देखा परन्तु वहां कोई आसमान नहीं गिरा था | शेर ने देखा वहां तो एक आम का फल गिरा पड़ा था | शेर ने खरगोश से पूछा-''क्या यही आसमान है जो तुम्हारे पास गिरा था ? ''
खरगोश भी समझ गया कि कोई आसमान नहीं गिरा और वह तो आम के फल को ही आसमान समझ बैठा था | उसकी इस नासमझी से ना सिर्फ वह खुद परेशान हुआ ,बल्कि उसके सांथ-सांथ जंगल के सारे जानवर भी परेशान हो गए |
शेर ने सभी जानवरों को कहा की जब तक अपनी आँखों से ना देख लो किसी की बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिये |
Khargosh , Sher Aur Aasman gira kahani |
यह देख कर खरगोश तो शर्मिंदा हुआ ही वाकी के सभी जानवर भी बहुत शर्मिंदा हुये |
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