बैल और चूहा की कहानी |
बैल और चूहे की कहानी | bull and rat short hindi story -
एक चूहा था | वह एक घर की
दीवार के बिल में रहता था | उसके बिल के पास ही एक बड़ा सा बैल रहता था | बैल जब
सोता तो जोर जोर से खर्राटे लेता था | उसके खर्राटों की आवाज से चूहा बहुत परेशान
रहता था | एक दिन बैल सो रहा था और जोर से खर्राटे ले रहा था | खर्राटे की आवाज से
चूहा को बहुत गुस्सा आया | चूहे ने जाकर बैल की नाक के पास जोर से काटा | दर्द के कारण बैल की नींद खुल गई | बैल ने गुस्से से इधर उधर देखा तभी उसकी नजर
चूहे पर पड़ी | बैल चूहे को मारने के लिये दौड़ा किन्तु चूहा तुरंत अपने बिल में चला गया |
यह देख बैल का गुस्सा और अधिक बढ़ गया |
बैल ने चूहे से कहा –‘’
चूहे तूने मेरी नाक में काटा है जब तक मैं तुझे दंड नहीं दे देता मैं यहाँ से नहीं
जाऊंगा |‘’
चूहा बोला- ‘’अरे बैल ! तुम
चाहे जो कर लो मुझे नहीं मार सकते, मैं जिस बिल में रहता हूँ उसकी दीवार बहुत मजबूत है और तुम्हे ही चोट लगेगी, हर जगह
तुम्हारी ताकत नहीं चल सकती | ‘’
चूहे की ये बातें सुनकर बैल
गुस्से से आग बबूला हो गया बैल ने मन बना लिया की वह चूहे को इसका दण्ड अवश्य देगा
क्यूंकि चूहे जैसे छोटे से प्राणी ने उसे परेशान किया है | बैल चूहे के बिल के पास जोर-जोर से सींग मारने लगा |
दीवार तो नहीं टूटी बल्कि बैल के सर में
ही दर्द होने लगा | धीरे-धीरे बैल का गुस्सा शांत हो गया और उसे समझ में आया की कोई भी प्राणी कितना भी
छोटा क्यूँ ना हो उसे परेशान नहीं करना चाहिये और हर जगह ताकत से काम नहीं होता |
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